ये बेकल तमन्ना ये बेताब ख़्वाहिश ये दिल में दबी मीठी मीठी सी आतिश घनी ज़ुल्फ़ का रेशमी ये अंधेरा मेरी सारी शामें , मेरा हर सवेरा ये लरज़ाँ से लब , ये निगाहों की मस्ती ये हसरत , ये एहसास की बुतपरस्ती ये ज़ुल्फ़ों के साए , ये पलकों की चिलमन ये लग़्ज़िश ख़यालों की , ये दिल की धड़कन ये सब जान-ए-जानाँ तुम्हारे लिए हैं तुम्हारे लिए दिल धड़कता है मेरा ये आरिज़ , ये लब , ये बदन , ये निगाहें तुम्हारे लिए मुंतज़िर हैं ये बाहें मोहब्बत की हर दास्ताँ भी तुम्हारी ये दिल भी तुम्हारा , ये जाँ भी तुम्हारी इन्तेसाब – समर्पण , आतिश – आग , लरज़ाँ – काँपते हुए , बुतपरस्ती – मूर्ति पूजा , चिलमन – पारभासी पर्दा , लग़्ज़िश – लड़खड़ाना , आरिज़ – गाल , मुंतज़िर – इंतज़ार में