दो ख़याल


दो ख़याल
1- मोहब्बत एक नाज़ुक चीज़ है, मासूम जज़्बा है
मोहब्बत दिल की धड़कन है, खुली आँखों का सपना है
मोहब्बत से ये दुनिया है
2- मोहब्बत झूठ है, धोका है, शहवत है, छलावा है
जला दे रूह तक को जो ये इक ऐसा शरारा है
मोहब्बत सिर्फ़ फ़ितना है
1- जीने की ख़्वाहिश है तो इक बार मर कर देख ले
देखनी हो जिस को जन्नत इश्क़ कर के देख ले
2- इश्क़ में जन्नत नहीं लाखों जहन्नम हैं निहाँ
इश्क़ दे जाता है दिल पर ज़िंदगी भर को निशां
1- इश्क़ जब मेहरबान होता है
सारा आलम जवान होता है
कहकशाँ लगती है हर राहगुज़र
पाँव में आसमान होता है
2- इश्क़ जब मेहरबान होता है
दिल का दुश्मन जहान होता है
शोले राहों में बिखर जाते हैं
ख़त्म नाम-ओ-निशान होता है
1- दो दिन की ज़िन्दगानी बेकार न हो जाए
इसे प्यार में बिता ले
दो पल तो मुस्करा ले
2- दो दिन की ज़िन्दगी में कुछ काम कर के जाएँ
ये प्यार व्यार क्या है
बेकार का नशा है
1- छेड़ता है दिल के सुर पर लम्हा लम्हा मीठे राग
एक सरगम है ये प्यार
2- चैन दिल का फूँक डाले प्यार है इक ऐसी आग
एक मातम है ये प्यार

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